अल्मोड़ा से लगभग 8 किलोमीटर दूर स्थित कसार देवी, यहाँ से दिखने वाले खूबसूरत नज़ारों के साथ-साथ ध्यान और आध्यात्म के पवित्र तीर्थस्थल – कसार देवी मंदिर के लिए जाना जाता है।
कसारदेवी से हिमालय की विस्तृत श्रृंखलाएँ दिखाई देती हैं। सर्दियों का समय इन पर्वत श्रृंखलाओं को देखने के लिए सबसे अच्छा होता है।
कसार देवी मंदिर तक सड़क से आसानी से एक छोटा सा ट्रेक करके कुछ ही मिनटों में पहुंचा जा सकता है। यह मंदिर चीड़ के वन से घिरा हुआ है और यहाँ आने वाले पर्यटकों के बीच अत्यधिक आकर्षण और श्रद्धा का केंद्र है।
कसारदेवी पहुंचने के बाद मुख्य सड़क से मंदिर तक जाने के लिए कई पैदल मार्ग हैं। पहला मार्ग, अल्मोड़ा से कसार देवी पहुंचते ही बाईं ओर गेट से प्रवेश करके, ट्रेकिंग करते हुए पहुंचा जा सकता है। यह मार्ग थोड़ा लंबा है, साथ ही अत्यंत रमणीय भी है।
अपने वाहनों से आने वाले लोग इस मार्ग को छोड़कर मुख्य रोड से थोड़ा आगे मिलने वाले मार्गों से जाते हैं, जहाँ से तुलनात्मक रूप से कम पैदल चलना होता है।
यह है माँ कसार देवी का मंदिर परिसर। यहाँ माँ दुर्गा के दिव्य दर्शन से असीम शांति का एहसास होता है। मंदिर में श्रद्धालु असीम ऊर्जा से भर जाते हैं। मंदिर के आसपास की रिज में लोग ध्यान करने भी बैठते हैं। प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा (नवंबर-दिसंबर में) को यहाँ कसार देवी का मेला लगता है।
2000 साल पुराना मंदिर और देवी का वासस्थान: कसार देवी मंदिर की कहानी दूसरे सदी से शुरू होती है। मान्यता है कि यह वही स्थान है जहां माता दुर्गा ने अपने कौशिकी-दुर्गा स्वरूप में शुंभ-निशुंभ राक्षसों का वध किया था। मंदिर की चट्टान पर आज भी मां दुर्गा के वाहन सिंह की पंजों के निशान देखे जा सकते हैं। इतना ही नहीं, माना जाता है कि ये मंदिर एक प्राचीन गुफा मंदिर के ऊपर बनाया गया था, जिसके कुछ अंश आज भी मौजूद हैं।
स्वामी विवेकानंद और वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र: 1890 के दशक में स्वामी विवेकानंद पश्चिमी देशों से आए साधकों के साथ कसार देवी पहुंचे थे। इनमें लामा आनगारिका गोविंदा और सूर्यनाथ बाबा, अल्फ्रेड सोरेनसेन जैसे विख्यात नाम शामिल थे। स्वामी जी ने यहां ध्यान लगाया और गहन आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किए, जिन्हें उन्होंने अपनी डायरी में भी लिखा। कसार देवी को वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र के रूप में जाना जाता है। 1960-70 के दशक में हिप्पी आंदोलन के दौरान भी ये जगह काफी लोकप्रिय रही। आज भी ध्यान करने वाले और अध्यात्मिक साधक दुनियाभर से यहां आते हैं।
विज्ञान और रहस्य: वैन एलन बेल्ट का प्रभाव: कसार देवी की विशेषता सिर्फ इतिहास और आध्यात्मिक महत्व ही नहीं है। NASA के अनुसार ये गांव पृथ्वी के वैन एलन बेल्ट पर स्थित है। जहां वायुमंडल के पट्टों में अंतराल के कारण भू-चुंबकीय क्षेत्र काफी मजबूत होता है। माना जाता है कि यही कारण है कि यहां ब्रह्मांडीय ऊर्जा का प्रभाव अधिक रहता है। कुछ लोगों का कहना है कि यही ऊर्जा यहां के शांत और सुखद वातावरण का कारण है। इसी वजह से इसकी तुलना पेरू के माचू पिचू और इंग्लैंड के स्टोनहेंज जैसे रहस्यमयी स्थलों से की जाती है।
संस्कृतियों का संगम: हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म का मिलन: कसार देवी मंदिर के पास ही विश्व प्रसिद्ध कग्यू मठ स्थित है। ये तिब्बती बौद्ध धर्म और ध्यान का प्रमुख केंद्र है। 1920 के दशक में लामा आनगारिका गोविंदा और उनकी पत्नी ली गोतमी यहीं रहकर तिब्बती बौद्ध ग्रंथों का अंग्रेजी में अनुवाद करते थे। इस तरह ये स्थान हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के अनुयायियों को एक साथ लाता है।
पहाड़ों की खूबसूरती और रोमांच: कसार देवी की ऊंचाई लगभग 2116 मीटर है। ये पहाड़ी क्षेत्र घने देवदार और चीड़ के जंगलों से घिरा हुआ है। यहां से हिमालय की लुभावनी पर्वतमाला का नज़ारा भी लिया जा सकता है। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं या फिर ट्रैकिंग के शौकीन हैं, तो आपके लिए कसार देवी से बेहतर जगह नहीं हो सकती।
कसार देवी उत्तराखंड का वो अनोखा गांव है, जहां आध्यात्मिक ऊर्जा, प्राचीन इतिहास, विज्ञान का रहस्य और प्रकृति की खूबसूरती एक साथ अनुभव की जा सकती है। तो अगली बार उत्तराखंड घूमने का योजना बनाएं, तो कसार देवी को अपनी यात्रा कार्यक्रम में ज़रूर शामिल करें!
कैसे पहुंचें?
कसार देवी तक पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको अल्मोड़ा पहुंचना होगा। वहां से आप टैक्सी या दोपहियाँ वहाँ किराए पर लेकर कसार देवी जा सकते हैं। निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो लगभग 88 किलोमीटर दूर है। निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर 123 किमी दूर है।
कहां ठहरें? कसार देवी में कई तरह के होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। आप अपने बजट के अनुसार रहने का स्थान चुन सकते हैं। कसारदेवी से से बिनसर तक जगह जगह छोटे – बड़े रिज़ॉर्ट और गेस्ट सड़क के दोनों और दिखाई देते है।
क्या करें? कसार देवी में आप मंदिर दर्शन कर सकते हैं, ध्यान लगा सकते हैं, कग्यू मठ जा सकते हैं, ट्रैकिंग कर सकते हैं या आसपास के खूबसूरत स्थानों की सैर कर सकते हैं। जिनकी जानकारी अल्मोडा और आस पास पर बने इन वीडियो से जान सकते है।