अल्मोड़ा को हर दौर में लोगो ने इसे अलग नजरिये से देखा, पसंद किया और जिया, स्कन्द पुराण में उल्लेखित यह स्थल, कभी चन्द राजाओ की राजधानी रहा, तो कभी ब्रिटिश राज में रहा, दौर बदले और धरोहरे जुडती गयी, कभी सांस्कृतिक राजधानी तो कभी शिक्षा का स्वर्ग मानी जाने वाली अद्भुत जगह है यह।
अल्मोड़ा शहर जिला मुख्यालय होने के साथ साथ सांस्कृतिक, शैक्षिक और पर्यटन गतिविधियों का केंद्र भी हैI अल्मोड़ा के मुख्य आकर्षण में से एक यहाँ स्थित कुमाऊँ विश्वविद्यालय का परिसर है जहाँ पूरे कुमाऊँ मंडल के जिलों से विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु आते हैंI यहीं अल्मोड़ा -कोसी मार्ग पर जिला क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) भी है, जहाँ जिले भर के वाहनों का पंजीकरण और वाहन चालकों का लाइसेंस जारी किया जाता हैI यूँ तो इसके आस -पास बहुत से खुबसूरत और बेहतरीन स्थल हैं, उनमे से कुछ निम्नवत हैं :-
रामकृष्ण आश्रम , ब्राइट एंड कार्नर, पटाल बाजार, चितई, चिड़ियाघर, कसारदेवी, धौलछीना, दनिया, पाताल देवी मंदिर
निकटवर्ती पर्यटक आकर्षण केंद्र : रानीखेत – 52 किमी०, कौसानी – 52 किमी०, बागेश्वर (वाया ताकुला) – 72 किमी०, ग्वालदम – 80 किमी०, चौकोड़ी (वाया शेराघाट) – 90 किमी० , मुक्तेश्वर – 45 किमी०, द्वाराहाट – 70 किमी०, पिथौरागढ़ – 105 किमी०, मुनस्यारी – 170 किमी०
इन स्थानों के अतिरिक्त जहाँ अल्मोड़ा से सुबह निकल शाम को वापस अल्मोड़ा आया जा सकता है – सिमतोला ईको पार्क – 3 किमी०, चितई – 5 किमी०, कोसी – 12 किमी०, कसार देवी – 7 किमी०, कटारमल सूर्य मंदिर – 16 किमी०, बिनसर – 25 किमी०, जागेश्वर – 35 किमी०
अल्मोड़ा के नाम : कारखाना बाजार, लाला बाजार, चौक बाजार, नंदा देवी मोहल्ला, मिलन चौक, जौहरी मोहल्ला, चौघान पाटा, कचहरी बाजार, खजांची मोहल्ला, थाना बाजार, धारानौला
मोहल्लों के नाम : जोशी खोला, पाण्डे खोला, जाखन देवी, लक्ष्मेश्वर, पाताल देवी, सर्वोदय नगर/ सरकार की आली, गर, भनार, करबला, धार की तुनी, खत्याड़ी, त्युनरा, पोखर खाली, एन टी डी, पपरसैली, दुगाल खोला/ दुआल खोला, कर्नाटक खोला, मकैड़ी, थपलिया, ढुंगाधारा, दन्या, तिलकपुर, खोल्टा, गुर्रानी खोला, चंपानौला, विश्वनाथ, आफिसर कॉलोनी, बक्शी खोला, नंदा देवी, पुलिस लाइन, रैला पाली, सिकुड़ा बैंड, रानीधारा, त्युनरा, राजपुरा, नियाजगंज, नंदा देवी,